सूरज हमारे सौरमंडल का केंद्र है और हमारे ग्रहों के लिए आवश्यक ऊर्जा का स्रोत है।
सूरज एक तारा है, जो एक विशाल गर्म गैस का गोला है।
सूरज का व्यास लगभग 1,392,000 किलोमीटर है, जो पृथ्वी के व्यास का लगभग 109 गुना है।
सूरज का द्रव्यमान हमारे सौरमंडल के सभी ग्रहों के द्रव्यमान का लगभग 99.86% है।
सूरज का तापमान लगभग 5,500 डिग्री सेल्सियस है।
हाइड्रोजन नाभिक हीलियम नाभिक में संलयित होते हैं। इस संलयन प्रक्रिया से ऊर्जा उत्पन्न होती है।
सूरज का प्रकाश और गर्मी हमारे ग्रह पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक है।
सूरज लगभग 4.6 अरब वर्ष पुराना है और इसका जीवनकाल लगभग 10 अरब वर्ष है।
सूरज का हमारे सौरमंडल और पृथ्वी पर जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह हमारे ग्रहों को प्रकाश और गर्मी प्रदान करता है, जो जीवन के लिए आवश्यक है।
सूर्य से बाहर फेंके जाने वाले उच्च-ऊर्जा प्लाज्मा को सूर्य की ज्वाला (सोलर फ्लेयर) कहते हैं।
सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति ही है जो सोलर सिस्टम के सभी ग्रहों और उपग्रहों को संरक्षित रखती है।
सूर्य से निकलने वाली उल्ट्रावायलेट विकिरण हमारी जलवायु और मौसम पर प्रभाव डालती है।