नमस्कार दोस्तो, इस लेख इलेक्ट्रिक कार कैसे काम करती है? | What is Electric Vehicle in Hindi में आपका स्वागत है।
आजकल इलेक्ट्रिक व्हीकल शब्द सभी की जुबान पर चढ़ा हुआ है हर वर्ग के लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर उत्साहित हैं और हमारे मन में भी कई सवाल हैं जैसे- इलेक्ट्रिक व्हीकल क्या है यह कैसे काम करता है इलेक्ट्रिक व्हीकल का मैकेनिज्म क्या है इसमें कौन-कौन से पार्ट्स लगे होते हैं इलेक्ट्रिक व्हीकल सुरक्षित है या नहीं इसके क्या फायदे हैं और क्या नुकसान है और भी कई सवाल है।
हम इन्हीं सवालों का जवाब जानेंगे तो लेख के अंत तक बने रहिए। आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल के बारे में बहुत ही महत्वपुर्ण इंफॉर्मेशन मिलेगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल क्या है? | What is Electric Vehicle in Hindi
इलेक्ट्रिक वाहन वे वाहन होते हैं जिसमें पारंपरिक हीट इंजन के स्थान पर बैटरी का उपयोग किया जाता है इस बैटरी पैक में ही ऊर्जा को संग्रहित किया जाता है और इसी के द्वारा वाहन को चलाया जाता है।
EV का पूरा नाम | Full Form of EV
EV का पूरा नाम इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electeic Vehicle) है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रकार | Types of Electeic Vehicle
इलेक्ट्रिक व्हीकल मुख्यत: चार प्रकार के होते हैं:-
- बैट्री इलेक्ट्रिक व्हीकल (BEV)
- हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (HEV)
- प्लग इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (PHEV)
- फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (FCEV)
बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल | Battery Electric Vehicle
यह वाहन पूरी तरह से बिजली से संचालित होते हैं ये वाहन हाइब्रिड और plug-in हाइब्रिड की तुलना में अधिक दक्ष होते हैं इस प्रकार के वाहन को ऑल इलेक्ट्रिक व्हीकल के नाम से भी जाना जाता है
इस तरह की इलेक्ट्रिक व्हीकल पूरी तरह से बैटरी से चलते हैं वाहन को चलाने के लिए बिजली बैटरी में संग्रहित की जाती है बैटरी को बाहरी सोर्स के द्वारा चार्ज किया जाता है चार्ज की गई बैटरी के द्वारा इलेक्ट्रिक मोटर को चलाया जाता है इन इलेक्ट्रिक मोटर के द्वारा व्हील को घुमाया जाता है जिससे इलेक्ट्रिक वाहन चलते है।
हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल | Hybrid Electric Vehicle
हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल में इंजन और बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक मोटर दोनों ही होते हैं। इंजन को ईंधन (फ्यूल) से ऊर्जा मिलती है और मोटर को बैटरी से बिजली मिलती है।
हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल के ट्रांसमिशन को इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर दोनों के द्वारा एक साथ घुमाया जाता है इस प्रकार के व्हीकल में इंजन का उपयोग बैटरी डिस्चार्ज होने पर ड्राईव करने व बैटरी चार्ज करने दोनों के लिए किया जाता है।
प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल | Plug-in Hybrid Electric Vehicle
प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल में इंजन बैटरी दोनों के द्वारा हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (HEV) की भांति ही वाहन को चलाया जाता है परंतु दोनों में एक मुख्य अंतर यह है कि इसमें व्हीकल की बैटरी को अलग से चार्ज किया जा सकता है। अर्थात वाहन की बैटरी को इंजन के बजाय बाहरी शॉकेट से एक प्लग के द्वारा भी चार्ज किया जा सकता है।
फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल | Fuel Cell Electric Vehicle
इस प्रकार के वाहन को चलाने के लिए आवश्यक बिजली का उत्पादन वाहन के अंदर ही किया जाता है बिजली उत्पन्न करने के लिए ईंधन सेल प्रौद्योगिकी (फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी) का उपयोग किया जाता है।
FCEV को शून्य (जीरो) प्रदूषण वाहन भी कहा जाता है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल काम कैसे करता है? | How Electric Vehicle Work in Hindi
इलेक्ट्रिक व्हीकल और परंपरागत ईंधन से चलने वाले हीट इंजन वाले वाहनों के मेकैनिज्म में बहुत अंतर है। जहां परंपरागत वाहनों में हीट इंजन के द्वारा पावर जनरेटर की जाती है यह पावर ही ट्रांसमिशन सिस्टम के द्वारा वाहन के चक्के तक पहुंचती है।
जबकि इलेक्ट्रिक वाहन में वाहन को चलाने के लिए आवश्यक ऊर्जा के लिए बैटरी पर का उपयोग किया जाता है।
वाहन को चलाने के लिए उपयोग की जाने वाली बिजली एक बैटरी पैक में संग्रहित होती है इन बैटरी पर को चार्ज किया जा सकता है इन बैटरी पर से बिजली को इलेक्ट्रिक मोटर तक पहुंचाया जाता है जिससे गाड़ी चलती है इलेक्ट्रिक मोटर में करंट को एसी में परिवर्तित कर भेजा जाता है।
जैसे ही एक्सीलरेटर दबाया जाता है तो कंट्रोलर को एक सिग्नल मिलता है कंट्रोलर डीसी पावर की आवृत्ति को कनवर्टर के द्वारा नियंत्रित करता है जब ब्रेक पेडल दबाया जाता है और कार धीमी हो रही होती है तो मोटर एक अल्टरनेटर बन जाती है और बिजली पैदा करती है जिससे बैटरी को वापस चार्ज किया जाता है। हालांकि इस प्रकार की चार्जिंग से बैटरी को पूरी तरह से चार्ज नहीं किया जा सकता है।
इसलिए बैटरी पैक को चार्ज करने की अलग से व्यवस्था की जाती है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल के पार्ट्स | Main Components of Electric Vehicle
- Battery Pack
- Converter DC to DC
- Electric Traction Motor
- Power Inverter
- Charge Port
- Onboard charger
- Traction Controller
- Auxiliary batteries
- Thermal system (cooling)
- Transmission
बैटरी पैक | Battery Pack
बैटरी पर के द्वारा इलेक्ट्रिक मोटर को करंट की सप्लाई दी जाती है। बैटरी एक प्रकार से करंट स्टोरेज यूनिट के रूप में कार्य करती है। इसी के द्वारा डीसी करंट मोटर पहुंचाया जाता है।
कनवर्टर | Converter DC to DC
बैटरी से स्थिर वोल्टेज मिलता है परंतु गाड़ी के विभिन्न घटकों (कंपोनेंट्स) को चलाने के लिए अलग-अलग वोल्टेज की आवश्यकता होती है इस लिए कनवर्टर लगाया जाता है। साथ ही कनवर्टर, सहायक बैटरी (ऑग्ज़ीलियरी बैटरी) को चार्ज करने के लिए आवश्यक वोल्टेज भी प्रदान करता है।
इलेक्ट्रिक मोटर | Electric Motor
इलेक्ट्रिक मोटर के द्वारा विद्युत ऊर्जा (इलेक्ट्रिकल एनर्जी) को यांत्रिक ऊर्जा (मैकेनिकल एनर्जी) के रूप में रूपांतरित किया जाता है। जिसके द्वारा गाड़ी के भेजो घुमाया जाता है। मोटर थी वह मुख्य घटक (मैन कंपोनेंट) है जो पारंपरिक कार (कन्वेंशनल कार) व इलेक्ट्रिक कार में अंतर स्पष्ट करता है।
इनवर्टर | Power inverter
इनवर्टर के द्वारा ही पुनर्योजी ब्रेकिंग (Regenerative Breaking) के दौरान उत्पन्न एसी करंट को डीसी करंट में परिवर्तित करता है जिसका उपयोग बैटरी चार्जिंग के लिए किया जाता है।
चार्जिंग पोर्ट | Charge Port
चार्जिंग पोर्ट के द्वारा ही बैटरी को बाहरी इलेक्ट्रिक सोर्स के द्वारा चार्ज किया जाता है जिससे कि बैटरी पर चार्ज हो सके।
ऑन बोर्ड चार्जर | Onboard charger
ऑन बोर्ड चार्जर के द्वारा दी एसी सप्लाइको डीसी करंट में रूपांतरित किया जाता है क्योंकि बैटरी डीसी करंट के द्वारा चार्ज होती है।
ट्रेक्शन कंट्रोलर | Traction Controller
कंट्रोलर के द्वारा बैटरी से मोटर में जाने वाली इलेक्ट्रिक एनर्जी को कंट्रोल किया जाता है। जिसके द्वारा वाहन की गति निर्धारित की जाती है।
सहायक बैटरी | Auxiliary Batteries
आधुनिक वाहनों में मुख्य वाहन स्टार्टर बैटरी या हाई वोल्टेज सिस्टम बैटरी के साथ-साथ हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों पर एक सहायक बैटरी होती है। जो वाहन विद्युत प्रणाली द्वारा उस पर रखी गई मांगों पर निर्भर करती है।
कूलिंग सिस्टम | Thermal System (Cooling)
कॉलिंग सिस्टम के द्वारा इलेक्ट्रिक मोटर अन्य पावर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स के ऑपरेटिंग टेंपरेचर को बनाए रखने प्रकार किया जाता है जिससे इन को सुरक्षा प्रदान की जा सके।
ट्रांसमिशन सिस्टम | Transmission System
गाड़ी को चलाने के लिए मोटर से पहियों तक यांत्रिक शक्ति ट्रांसफर करता है जिससे पहिए घूमते हैं।
इलेक्ट्रिक व्हीकल के महत्व | Importance of Electric Vehicle
आजकल इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोगकर्ताओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हर वर्ग के लोगों में इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर रुचि है। इसका मुख्य कारण यह है कि इसमें डीजल पेट्रोल का खर्च बच जाता है, साथ ही किसी प्रकार का प्रदूषण भी नहीं होता है।
वर्तमान समय में ऑटोमोबाइल परिवहन का सबसे बड़ा और मुख्य साधन है। ऑटोमोबाइल वाहन की खोज और इसके आधुनिक संस्करण ने परिवहन के क्षेत्र में क्रांति ला दी है।
ऑटो इंडस्ट्री (परिवहन उद्योग) का विकास मानव सभ्यता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जिसने यात्रा को सरल, सुगम व आरामदायक बना दिया है, परंतु इसके बहुत सारे दीर्घकालिक नुकसान भी है। जैसे- पर्यावरण प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, व ऊर्जा संकट आदि। इसका मुख्य कारण वाहनों मैं जलने वाला फ्यूल (ईंधन) है।
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