नमस्कार दोस्तों तुलसी गौड़ा का जीवन परिचय | Who is Tulsi Gowda? इस बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इसलिए वह अंत तक जरूर पढ़िए।
तुलसी गौड़ा का जीवन परिच
राष्ट्रपति भवन में पद्म सम्मान के लिए जैसे ही तुलसी गौड़ा का नाम गूंजा, हर किसी की नज़र उनपर टिक गईं. उन्हों एक साधारण सी चादर जैसे कपड़े पहने थे. गले में आदिवासी जीवनशैली के कुछ मामूली सी मालाएं थी. वे बिना चप्पल के नंगे पैर पद्मश्री सम्मान लेने आईं. उनकी सादगी और सरल जीवन शैली ने सबका मन मोह लिया.
तुलसी गौड़ा कौन हैं ? | Who is Tulsi Gowda
- तुलसी गौड़ा एक पर्यावरणविद है जो कर्नाटक राज्य के हलक्की जनजाति से है। इन्होंने 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं और पिछले 6 दशकों से पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई है।
- इन्हें प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जब वह सम्मान लेने पहुंची तो उनके बदन पर पारंपरिक धोती पहनी थी और पैरों में चप्पल तक नहीं थी।
- पद्मश्री सम्मान प्राप्त करते समय की तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी।
तुलसी गौड़ा का उपनाम (निक नेम)
इन्हें जंगलों के बारे में अच्छा ज्ञान है व जंगली जड़ी बूटी और पेड़ पौधों के विषय में अच्छी जानकारी है, इसलिए इन्हें जंगलों का इनसाइक्लोपीडिया कहा जाता है।
तुलसी का जन्म |Tulsi Gowda Birth date Birth Plase
तुलसी गौड़ा का जन्म 1944 में कर्नाटक में हुआ। इनका जन्म हलक्क़ी जनजाति के एक बेहद गरीब परिवार में हुआ।
तुलसी गौड़ा की शिक्षा
इन्होंने अपनी औपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की। प्रकृति से प्रेम के चलते अपना ज्यादातर समय जंगलों में बिताया। जड़ी बूटी और जंगल के ज्ञान के कारण आज इन्हें जंगल की इनसाइक्लोपीडिया के रूप में जानते हैं।
तुलसी गौड़ा का परिवार
तुलसी गौड़ा के बचपन के समय ही उनके सर से पिता का साया हट गया। इसलिए इन्होंने अपनी मां और बहनों के साथ काम करना प्रारंभ कर दीया। 11 वर्ष की आयु में उनका विवाह हो गया। परंतु कुछ समय बाद ही इनके पति का देहांत हो गया।
तुलसी गौड़ा संक्षिप्त जानकारी
पूरा नाम | तुलसी गौड़ा |
निक नेम (उपनाम) | Encyclopedia of Forest |
जन्म | वर्ष 1944 में |
आयु | 72 वर्ष |
निवास | कर्नाटक |
पति का नाम | गोविंद गौड़ा |
पुरस्कार | # इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र अवार्ड (1986) # कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार (1999) # कविता मेमोरियल अवार्ड # पद्म श्री अवार्ड 2020 (2021) |
शिक्षा | पारंपरिक शिक्षा नहीं ली |
तुलसी गौड़ा को प्राप्त पुरस्कार
तुलसी गौड़ा को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है-
(I) इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र पुरस्कार
1986 में पेड़ पौधों की देखभाल के लिए इन्हें इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
(II) कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार
वर्ष 1999 मैं इन्हें कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार को कन्नड़ राज्योत्सव पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है।
(III) कविता मेमोरियल पुरस्कार
इसके अलावा तुलसी गौड़ा को कविता मेमोरियल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
(IV) पद्मश्री पुरस्कार
8 नवंबर 2021 को इन्हें वर्ष 2020 का पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ज्ञात रहे कि कोरोना महामारी के चलते 2020 के पुरस्कार समारोह का आयोजन 2021 में किया गया।
FAQ’s
Q : तुलसी गौड़ा कौन हैं?
Ans : तुलसी गौड़ा एक पर्यावरणविद Environmentalist है।
Q : तुलसी गौड़ा को पद्मश्री सम्मान कब मिला?
Ans : तुलसी गौड़ा को 8 नवंबर 2021 को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
Q : तुलसी गौड़ा कौन सी जनजाति से हैं?
Ans : तुलसी गौड़ा कर्नाटक के हलक्क़ी जनजाति से संबंधित है।
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